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Taj Mahal, Agra, Uttar Pradesh, India |
भारत में मुग़ल
साम्राज्य का शासनकाल 1526-1857 ई० तक का था| मुग़ल साम्राज्य के
राजधानी नगर आगरा, फतेहपुर सिकरी, लाहौर तथा शाहजहाँनाबाद थे| इस
साम्राज्य की भाषायें फारसी तथा उर्दू थीं| यह एक इस्लामी-तुर्की-मंगोल
साम्राज्य था| जिसके सम्राटों ने भारत पर 1526-1857 ई० तक
शासन किया था| मुग़ल सम्राट, तुर्क-मंगोल पीढ़ी के तैमूरवंशी थे,
जिन्होंने अपने शासनकाल में अति-परिष्कृत मिश्रित हिन्दी-फारसी संस्कृति को
विकसित किया था|
1700 ई० के आसपास, मुग़ल
साम्राज्य का भारत के अधिकांश भाग पर नियन्त्रण स्थापित हो गया था| मुग़ल
साम्राज्य का विस्तार पूर्व में वर्तमान बांग्लादेश से लेकर पश्चिम
में बलूचिस्तान तक तथा उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण
में कावेरी घाटी तक था| अपने शासनकाल के दौरान मुग़ल शासकों ने
कई भारतीय राजाओं और भारतीय राज्यों को विजित किया और उन्हें अपने
साम्राज्य में सम्मिलित किया|
मुग़ल
साम्राज्य के सम्राटों ने भारत के कई राजाओं
के साथ राजनैतिक सम्बन्ध बनाने के लिए उनके साथ कई प्रकार की सन्धियाँ
तथा वैवाहिक सम्बन्ध भी स्थापित किये थे| अपने सफल शासनकाल के दौरान मुग़ल
शासकों के द्वारा भारत में विभिन्न स्थानों पर अनेक भव्य किलों,
इमारतों, स्मारकों, मकबरों, दरगाहों, आदि ऐतिहासिक
महत्त्व के स्थलों का निर्माण भी करवाया गया था|
भारत में मुग़ल साम्राज्य के विस्तार के इतिहास के क्रम में आज के इस संक्षिप्त लेख में हम मुग़लकालीन राजधानी नगर आगरा और फतेहपुर सिकरी के विकास के विषय में अध्ययन करेंगे| तो आइये! प्रारम्भ करते हैं, आज का यह लेख...
मुग़लकालीन
राजधानी नगर आगरा का विकास
आगरा शहर भारत
के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख नगर है| जोकि यमुना नदी के
तट पर स्थित है| भारतीय इतिहास में आगरा शहर अपना विशिष्ट स्थान
रखता है| ऐतिहासिक इमारतों के लिए भी आगरा नगर बेहद प्रसिद्ध है| आगरा
नगर उत्तर प्रदेश राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर है|
आगरा नगर का
निर्माण सुल्तान सिकन्दर शाह लोदी ने 1504 ई० में किया था| उसने
अपने शासनकाल में उत्पन्न हुये विद्रोहों को दबाने के लिये वर्तमान आगरा नगर
के स्थान पर एक सैनिक छावनी का निर्माण किया था| जिससे सिकन्दर शाह लोदी
को इटावा, बयाना, ग्वालियर, धौलपुर, आदि स्थानों
पर उत्पन्न विद्रोहों को दबाने में सहायता मिली थी|
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Agra Fort, Agra, Uttar Pradesh, India |
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Fatehpur Sikri Fort, Fatehpur Sikri, Uttar Pradesh, India |
टावरों के ऊपर
स्थित छत्रियों को भी बेहद अच्छी तरह से सजाया गया था, जोकि इन घाटों की
खूबसूरती को और अधिक बढ़ा देते थे| आगरा नगर का एक अन्य विश्व धरोहर स्थल
है, आगरा का किला| आगरा का किला, यमुना नदी के पश्चिमी
तट पर ऊपरी तल पर स्थित है| इसकी ऊँची दीवारें, प्रमुख द्वार
और बुर्ज चारों तरफ से खाई से घिरी हुयी हैं|
आगरा के
किले में उत्कृष्ट महल, हरम, उद्यान,
चौक और मस्जिद हैं| इस किले में इस तरह के प्रतिष्ठान स्थित
हैं कि, फादर मैनरिक ने इसे, “शहर के भीतर एक शहर” कहा है| आगरा नगर
के समीप सिकन्दरा, जहाँ पर सम्राट अकबर का मकबरा स्थित है, नदी के
किनारे की विपरीत दिशा में स्थित है|
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कुछ इतिहासकार, आगरा नगर
को ऐतिहासिक गतिविधियों का मुख्य केन्द्र मानते हैं| मुग़लकाल में
सम्पूर्ण भारत से यहाँ पर वस्तुयें आती थीं और नदी को पार करके आगरा
शहर के अन्दर लायी जाती थीं| सिकन्दरा से आगरा के मध्य अनेक मकबरे
स्थित हैं और दो कोस मीनार भी स्थित हैं| पाँच मंजिला इस
मकबरे की खूबसूरती आज भी बरकरार है|
फतेहपुर
सिकरी नगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य
में स्थित है| यह आगरा से लगभग 36 किमी० की दूरी पर स्थित है| फतेहपुर
सिकरी को मुग़ल सम्राट अकबर के सपनों का नगर कहा जाता है,
क्योंकि सम्राट अकबर ने इसे बहुत मेहनत और शिद्दत से बनवाया था| सम्राट
अकबर ने फतेहपुर सिकरी को अपने साम्राज्य की राजधानी बनाया
था|
सम्राट
अकबर ने फतेहपुर सिकरी नगर पर लगभग 15
वर्षों तक अपने साम्राज्य की राजधानी नगर के रूप में शासन किया था| मुग़लकालीन
इतिहास से सम्बन्धित विभिन्न इतिहासकारों तथा अध्ययनकर्ताओं के
बीच में इस विषय को लेकर विवाद है कि फतेहपुर सिकरी नगर सम्राट अकबर का
आवासीय मुख्यालय था अथवा यह मुग़लकाल में पूर्ण रूप से बसा हुआ नगर
था|
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Fatehpur Sikri Fort, Fatehpur Sikri, Uttar Pradesh, India |
मुग़ल सम्राट अकबर, आगरा से राजधानी का दर्जा हटाये बिना ही 1571 ई० में फतेहपुर सिकरी आ गए थे और अपने ही शासनकाल में उन्होंने इसे 1586 ई० में पुनः त्याग दिया था| ऐसा माना जाता है कि फतेहपुर सिकरी में मुग़लों के आने से पहले, यहाँ पर रहने वाले सिकरवार राजपूतों के नाम पर इस नगर का नाम सिकरी पड़ा था|
सैयदों के अधीन, सिकरी
नगर परगना-बयाना-शिक के अन्तर्गत था| सल्तनत काल के दौरान सम्राट
अकबर द्वारा निर्मित नगर चैन के आसपास किसी नगर के होने के संकेत नहीं
मिलते हैं| सिकरी से 16 किमी० पश्चिम में मुग़लों का पहला
मुकाबला 1527 ई० के खानवा के युद्ध में राजपूतों के साथ हुआ
था| पानीपत के युद्ध के बाद सम्राट बाबर के द्वारा लड़ा गया यह दूसरा
बड़ा युद्ध था|
सम्राट
बाबर ने अपनी जीत के बाद इस नगर में
एक भव्य उद्यान का निर्माण करवाया था| जिसका नाम उन्होंने बाग़-ए-फतह रखा
था| सम्राट अकबर के इस नगर को अपना नाम फतेहपुर सिकरी यहीं से मिला|
यहाँ पर स्थित झील के मध्य सम्राट बाबर ने एक पवेलियन का
निर्माण भी करवाया था| फतेहपुर सिकरी एक योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया नगर
था|
फतेहपुर
सिकरी में मुग़लों के द्वारा बनवाये गये कुछ ऐतिहासिक
स्थल निम्नलिखित हैं, जोकि फतेहपुर सिकरी के किले के अन्दर स्थित हैं:
1. मुख्य
मेहराबदार पथ (1571-72)
2. बीरबल
महल (1572)
3. जोधाबाई
का महल: हरमसरा (1572-73)
4. जामा
मस्जिद (1573-74)
5. बुलन्द
दरवाजा (1574-75)
6.
इबादतखाना (1575)
7. चहारसुक
(1576-77)
8. परिसर
कार्य पूर्ण (1580)
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लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ|
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