नमस्ते दोस्तों, प्राचीन मिस्त्र की सभ्यता की श्रृंखला के पिछले भाग में हमने प्राचीन मिस्त्र के पुराने साम्राज्य के चौथे राजवंश के तीन महान फैरो खुफू, खाफरे और मैनकारा के विषय में जाना था| आज के इस लेख में हम इनके बाद मिस्त्र के महान साम्राज्य पर शासन करने वाले चार प्रमुख फैरो के विषय में अध्ययन करेंगे| जो निम्नलिखित हैं:
- मैनतुहोतेप II (Mentuhotep II) - मध्यकालीन साम्राज्य, 11वां राजवंश
- अमेनेम्हट प्रथम (Amenemhat I) - मध्यकालीन साम्राज्य, 11वां राजवंश
- अमेनेम्हट द्वितय (Amenemhat II) - मध्यकालीन साम्राज्य, 12वां राजवंश
- तेतिशेरी (Tetisheri) - सेकंड इंटरमीडिएट पीरियड, 17-18वां राजवंश
1. मैनतुहोतेप II (Mentuhotep II) - मध्यकालीन साम्राज्य, 11वां राजवंश
फैरो मैनतुहोतेप II, मध्यकालीन साम्राज्य के 11वें राजवंश के फैरो थे| इनका शासनकाल लगभग 2055-2004 ई०पू० तक का था| प्रथम मध्यवर्ती अवधि तक मिस्त्र कई सारी अलग-अलग राजशाहियों में विभाजित था| मैनतुहोतेप II ने अपने शासनकाल के दौरान सम्पूर्ण मिस्त्र को एक राजशाही शासन के अधीन किया था|
मैनतुहोतेप II ग्यारहवें राजवंश के पांचवें फैरो थे, जिन्होंने सम्पूर्ण मिस्त्र को एकल शासन के अधीन किया था और मध्यकालीन अवधी के प्रथम महान तथा प्रतापी शासक कहलाए|
2. अमेनेम्हट प्रथम (Amenemhat I) - मध्यकालीन साम्राज्य, 11वां राजवंश
अमेनेम्हट प्रथम, ग्यारहवें राजवंश के अन्तिम फैरो मैनतुहोतेप IV के दरबार में एक मंत्री थे| मैनतुहोतेप IV की मृत्यु के बाद अमेनेम्हट प्रथम मिस्त्र की राजगद्दी पर बैठे और मध्यकालीन साम्राज्य में बारहवें राजवंश की स्थापना की| इनका मिस्त्र पर 1985-1956 ई०पू० के लगभग शासनकाल रहा| इन्होंने अपने शासनकाल में उत्तराधिकार प्रथा की शुरुआत की थी| इसके लिए इन्होंने अपनी मृत्यु से पहले ही अपने पुत्र ‘सेनुसरेट प्रथम’ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था| यह प्रथा उसके आगे के सभी उत्तराधिकारियों के द्वारा जारी रखी गयी|
3. अमेनेम्हट द्वितय (Amenemhat II) - मध्यकालीन साम्राज्य, 12वां राजवंश
अमेनेम्हट द्वितय मिस्त्र के मध्यकालीन साम्राज्य के बारहवें राजवंश के शासक थे| मिस्त्र पर इनका शासनकाल लगभग 1929-1895 ई०पू० तक रहा| पहले अमेनेम्हट द्वितय, अपने पिता सेनुसरेट प्रथम के साथ प्राचीन मिस्त्र के सह-शासक थे|
अपने शासनकाल के दौरान अमेनेम्हट द्वितय ने नूबिया के लिए हुए एक सोने के खनन-अभियान का नेतृत्व किया था| इनके शासनकाल के समय के प्राप्त हुए खजाने में मेसोपोटामिया और क्रेते की वस्तुएं भी सम्मिलित हैं| जिनसे यह स्पष्ट हो जाता है कि फैरो अमेनेम्हट द्वितय के शासनकाल में प्राचीन मिस्त्र में व्यापार पूर्ण रूप से विकसित था और इस महान प्राचीन सभ्यता के अन्य देशों और सभ्य्त्ताओं के साथ अच्छे व्यापारिक सम्बन्ध भी थे|
4. तेतिशेरी (Tetisheri) - सेकंड इंटरमीडिएट पीरियड, 17-18वां राजवंश
तेतिशेरी, सेकंड इंटरमीडिएट पीरियड के सत्रहवें-अट्ठारहवें राजवंश के काल में एक रानी और राजमाता थीं| इनका काल 1560-1525 ई०पू० के बीच का था| अपने बेटे और अपने पोतों के ऊपर इनका अत्यधिक प्रभाव होने के कारण आधुनिक विद्वानों ने इन्हें “नवीन राजशाही की माता” (Mother of the New Kingdom) की उपाधि दी है|
सत्रहवें राजवंश के फैरो सेंख्तेनरे की पत्नी तेतिशेरी को अदालत/दरबार में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था| वह कॉमनर्स की बेटी और एक एस्टेट की स्वामी थीं| तेतिशेरी को अट्ठारहवें राजवंश की शुरुआत करने वाले फैरो पिता अह्मोस की माँ के रूप में वर्णित किया गया है|
तो दोस्तों, आज के इस लेख में बस इतना ही| आशा है कि आप सभी पाठकों को प्राचीन मिस्त्र की श्रृंखला का यह भाग पसन्द आया होगा| दोस्तों, मैं यहाँ आप सबको बताना चाहता हूँ कि मेरी एम०ए० इतिहास अन्तिम वर्ष की परीक्षा के निकट आ जाने की वजह से उनकी तैयारी के लिए मुझे अपनी परीक्षायें पूर्ण हो जाने तक अपनी ब्लॉगिंग वेबसाइट पर प्राचीन मिस्त्र की श्रृंखला और अन्य विषयों से सम्बन्धित लेखों के प्रकाशन को रोकना पढ़ रहा है| परन्तु, जैसे ही मेरी परीक्षायें समाप्त होंगी, मैं वैसे ही प्राचीन मिस्त्र की श्रृंखला और अन्य विषयों से सम्बन्धित लेखों के साथ, आप सभी पाठकों के सामने फिर से हाज़िर हूँगा|
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References
Ancient Egypt by David SilvermanAncient Egypt
प्राचीन मिस्र
Giza pyramid complex
Egyptian pyramids
Sphinx
Egyptian Mummies
Old Kingdom of Egypt
Fourth Dynasty of Old Kingdom
Pharaohs
5 Great Female Rulers of Ancient Egypt
When Women Ruled the World: Six Queens of Egypt by Kara Cooney
My book Pracheen Vishva Ki Pramukh Nadi Ghati Sabhaytayein/प्राचीन विश्व की प्रमुख नदी घाटी सभ्यताएं (Hindi Edition) Kindle Edition
Announcement! प्राचीन मिस्त्र की सभ्यता श्रृंखला
प्राचीन मिस्त्र की सभ्यता [भाग 1]
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प्राचीन मिस्त्र की श्रृंखला
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