Agni Ki Udaan (Wings of Fire)
Price: ₹ 174.00
M.R.P.: ₹ 200.00
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किताब का विवरण (Book Description)


अग्नि की उड़ान (1999), भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम की आत्मकथा है| इसे डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम और अरुण तिवारी द्वारा लिखा गया है| इसमें अब्दुल कलाम के बचपन से लेकर लगभग 1999 तक के जीवन सफर के बारे में बताया गया है। यह पुस्तक, मूल रूप से अंग्रेजी में प्रकाशित पुस्तक Wings of Fire: An Autobiography of APJ Abdul Kalam (1999) का अनुवादित संस्करण है| मूल रूप में अंग्रेजी में प्रकाशित यह पुस्तक, विश्व की 13 भाषाओ में अनूदित हो चुकी है। जिसमें भारत की प्रमुख भाषाएँ हिन्दी, गुजराती, तेलगु, तमिल, मराठी, मलयालम के साथ-साथ कोरियन, चीनी और ब्रेल लिपि भी शामिल है। कलाम अपने प्रारंभिक जीवन, प्रयास, कठिनाई, भाग्य और मौकों की जांच करते हैं, जो अंततः उन्हें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान, परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों का नेतृत्व करने के लिए प्रेरित करते हैं। कलाम ने अपना कैरियर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में MIT (चेन्नई) में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से स्नातक करने के बाद शुरू किया और उन्हें एक होवरक्राफ्ट प्रोटोटाइप बनाने का काम सौंपा गया। बाद में वे इसरो में चले गए और विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र स्थापित करने में मदद की और पहले अंतरिक्ष प्रक्षेपण-वाहन कार्यक्रम का बीड़ा उठाया| 1990 के दशक और 2000 के शुरुआती दिनों में, कलाम ने भारतीय परमाणु हथियार कार्यक्रम का नेतृत्व करने के लिए DRDO में कदम रखा, विशेष रूप से थर्मोन्यूक्लियर हथियारों के विकास में सफलताओं के साथ स्माइलिंग बुद्धा और एक ICBM अग्नि (मिसाइल) का संचालन किया।

स्वरुप (Structure)

अग्नि की उड़ान डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम के बचपन से उनके अग्नि के प्रक्षेपण तक की कहानी को पांच भागों में प्रस्तुत करती है:


  • परिचय
  • सर्वेक्षण - अध्याय 1-3 (1931-1963)
  • सृजन - अध्याय 4-9 (1963-1980)
  • आराधना - अध्याय 10-14 (1981-1991)
  • अवलोकन - अध्याय 15-16

लेखक के बारे में (About the Author)


भारत के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम भारत के यशस्वी वैज्ञानिकों में से एक तथा उपग्रह प्रक्षेपण यान और रणनीतिक मिसाइलों के स्वदेशी विकास के वास्तुकार हैं । एस.एल.वी. - 3, ' अग्नि ' और ' पृथ्वी ' उनकी नेतृत्व क्षमता के प्रमाण हैं । उनके अथक प्रयासों से भारत रक्षा तथा वायु आकाश प्रणालियों में आत्मनिर्भर बना । अन्ना विश्‍वविद्यालय में प्रौद्योगिकी तथा सामाजिक रूपांतरण के प्रोफेमर के रूप में उन्होंने विद्यार्थियों से विचारों का आदान-प्रदान किया और उन्हें एक विकसित भारत का स्वप्न दिया । अनेक पुरस्कार-सम्मानों के साथ उन्हें देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ' भारत रत्‍न ' से भी सम्मानित किया गया । पिछले कुछ वर्षों में देश भर के पाँच लाख से अधिक छात्रों से भेंट कर उन्होंने महाशक्‍त‌ि भारत के स्वप्‍न को रचनात्मक कार्यों द्वारा साकार करने का आह्वान किया है ।

अरुण कुमार तिवारी बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं और केयर फाउंडेशन, हैदराबाद के निदेशक हैं । सन् 1987 से उन्होंने रचनात्मक विज्ञान लेखन प्रारंभ किया और अनेक पुस्तकें लिखीं, जिनमें डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के साथ लिखी लोकप्रिय पुस्तक ' अग्नि की उड़ान ' तथा ' हमारे पथ-प्रदर्शक ' प्रमुख हैं ।

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